रुद्रपुर। बेबाक चर्चा
निर्माण कार्य समाप्त होने के बाद किसी भी ढांचे पर दरार पड़ने की खबरे तो आपने कई बार पढ़ी होंगी। लेकिन नींव रखते ही दरार पड़ जाने की कहावत छतरपुर ओमेक्स रेलवे अंडरपास के लिए सच साबित हो रही है। लगभग चार करोड़ की लागत से बनने वाले छतरपुर ओमेक्स रेलवे अंडरपास का तीसरी बार शिलान्यास किया गया। जिसमें एक नेता के मंच साझा करने और कुछ नेताओं के नदारद होने से रुद्रपुर की सियासत शीतकाल में गर्मा गई है।
बीस साल से इस क्षेत्र की लगभग 25 हजार आबादी की दैनिक सुविधा के लिए रेलवे क्रासिंग पर अंडरपास बनाने की आवाज उठा रही है। बुधवार को ओमेक्स कॉलोनी के समीप हुए शिलान्यास समारोह में सांसद अजय भट्ट ने विधायक शिव अरोड़ा के साथ नारीयल फोड़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नारियल के साथ साथ विधायक शिव अरोड़ा और निर्वतमान मेयर रामपाल के बीच चल रहे कलह की कलियां भी फूट पड़ी। जहाँ एक और शिलान्यास समारोह में क्षेत्र के निवर्तमान कांग्रेसी पार्षद मोहन खेड़ा तो मौजूद रहे लेकिन निर्वतमान मेयर रामपाल समारोह में शामिल नही हुए तो
वहीं दूसरी ओर सालों से इस मांग को लेकर आंदोलन कर रहे लोगों को भी सम्मान से वंचित रहना पड़ा। परिणामस्वरूप विधायक और निर्वतमान मेयर के बीच की दरार अंडरपास की नींव रखते ही सबके सामने आ गई। बीते 10 जून से अलग अलग समय पर तीन बार अंडरपास की अंग्नि परीक्षा दी गई है। परीक्षा के परिणाम किस नेता के पक्ष में होंगे यह भविष्य में कैद हैं। लेकिन वर्तमान समय में एक बात स्पष्ट है, अंडरपास बनवाने की इस लंबी लड़ाई में जनता पिछले बीस 20 साल से निरंतर फेल हो रही है।