Headline
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED का बड़ा आरोप, पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य सिंडिकेट के ‘सरगना’ थे
बरेली में नकली दवाओं का बड़ा रैकेट, 12 थोक विक्रेताओं पर शक की सुई
गोरखपुर: पशु तस्करों ने छात्र की हत्या की, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा और पथराव
बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 बाइक के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर: UP से तस्करी कर लाई जा रही शराब पकड़ी, फिल्मी स्टाइल में पीछा कर तस्कर गिरफ्तार
हजारीबाग में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, ₹1 करोड़ का इनामी नक्सली कमांडर ढेर
इंदौर में ‘काल’ बनकर दौड़ा बेकाबू ट्रक, सात से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका
किच्छा फायर बिग्रेड स्टेशन हेतु 4 करोड़ की मिली वित्तीय स्वीकृति –बेहड़
पंतनगर यूनिवर्सिटी में बीटेक छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, छात्रावास में मचा हड़कंप

कहीं टॉस से बना प्रधान, तो कोई एक वोट से जीता, चमोली में पंचायत चुनाव के दिलचस्प नतीजे

Spread the love

बेबाक चर्चा  

 

बणद्वारा में दो प्रत्याशियों को मिले बराबर वोट, सिक्का उछालकर हुआ फैसला, नारायणबगड़ में रिककाउंटिंग के बाद एक वोट से जीतीं रजनी देवी

उत्तराखंड में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना में चमोली जिले से बेहद रोचक और दिलचस्प परिणाम सामने आ रहे हैं। कहीं प्रधान पद का फैसला सिक्का उछालकर (टॉस) करना पड़ा, तो कहीं दोबारा मतगणना के बाद एक प्रत्याशी महज एक वोट से विजयी हुआ। इन नतीजों की पूरे क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।

जब सिक्का उछालकर चुना गया प्रधान

पहला मामला ग्राम पंचायत बणद्वारा का है, जहां प्रधान पद पर मुकाबला टाई हो गया। यहां कुल 383 वोट पड़े थे, जिसमें प्रत्याशी नितिन और रविंद्र, दोनों को 138-138 वोट मिले। बराबर मत आने के बाद चुनाव अधिकारियों ने दोनों प्रत्याशियों की सहमति से टॉस कराने का फैसला किया।

सिक्का उछाला गया तो किस्मत ने नितिन का साथ दिया और उन्हें विजयी घोषित किया गया। खास बात यह है कि विजेता बने नितिन गोपेश्वर पीजी कॉलेज से एमए अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रहे हैं और एनएसयूआई से जुड़े हैं। वह 2022-23 में छात्रसंघ महासचिव भी रह चुके हैं। उनकी इस अप्रत्याशित जीत से समर्थकों में जश्न का माहौल है।

कांटे की टक्कर में एक वोट से मिली जीत

वहीं, दूसरा रोमांचक मुकाबला नारायणबगड़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत कोट में देखने को मिला। यहां प्रधान पद की प्रत्याशी रजनी देवी और कुलदीप सिंह को 72-72 बराबर मत मिले। मुकाबला टाई होने के बाद जब दोबारा मतगणना (रिककाउंटिंग) कराई गई, तो उसमें रजनी देवी को 73 और कुलदीप सिंह को 72 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार, रजनी देवी ने यह कांटे की टक्कर वाला चुनाव महज एक वोट के अंतर से जीत लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top