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ऑनलाइन पेमेंट के दौरान बैंक बैलेंस देखना पड़ा भारी, सब्जीवाले ने 3 लाख के लिए रिटायर्ड अफसर को गला घोंटकर मारा

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बेबाक चर्चा  

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है, जिसमें लालच की इंतहा ने एक सब्जी विक्रेता को कातिल बना दिया। आरोपी ने सिर्फ इसलिए एक 88 वर्षीय रिटायर्ड अधिकारी की हत्या कर दी, क्योंकि सब्जी खरीदते समय ऑनलाइन पेमेंट के दौरान उसने बुजुर्ग के मोबाइल में उनका बैंक बैलेंस देख लिया था। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी ने मृतक के मोबाइल से अपने खाते में तीन लाख रुपये भी ट्रांसफर कर लिए। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है पूरा मामला?

मामला जयपुर के जगतपुरा स्थित लोटस विला अपार्टमेंट का है। यहां आयकर विभाग से सेवानिवृत्त 88 वर्षीय ओमप्रकाश खोबर अकेले रहते थे। 25 जुलाई की रात पुलिस को उनके फ्लैट में शव होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को ओमप्रकाश का शव बिस्तर पर मिला, उनके गले पर खरोंच के निशान थे और मोबाइल गायब था। अगले दिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि होने के बाद उनकी बेटी सुषमा ने हत्या का मामला दर्ज कराया।

बैंक ट्रांजेक्शन से कातिल तक पहुंची पुलिस

पुलिस ने जब मृतक के मोबाइल की सीडीआर और बैंक खातों की जांच शुरू की तो पता चला कि हत्या वाले दिन ही ओमप्रकाश के खाते से तीन लाख रुपये की ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुई है। यह रकम कमलेश कुमार शर्मा नाम के व्यक्ति के खाते में भेजी गई थी, जो अपार्टमेंट के ठीक सामने सब्जी का ठेला लगाता था।

पुलिस ने जब कमलेश से पूछताछ की तो वह लगातार झूठ बोलता रहा। लेकिन जब पुलिस ने बैंक ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड, अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन जैसे पुख्ता सबूत उसके सामने रखे, तो वह टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया।

ऐसे रची हत्या की साजिश

आरोपी कमलेश ने बताया कि ओमप्रकाश अक्सर उससे सब्जी खरीदते थे और यूपीआई से ऑनलाइन पेमेंट करते थे। एक दिन पेमेंट के दौरान उसने उनकी मोबाइल स्क्रीन पर बड़ा बैंक बैलेंस देख लिया, जिससे उसके मन में लालच आ गया। उसने योजना बनाकर चोरी-छिपे एक वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिससे उसे ओमप्रकाश का यूपीआई पिन पता चल गया।

25 जुलाई को सुबह करीब 9:15 बजे जब ओमप्रकाश सब्जी लेने आए, तो वह उनके पीछे-पीछे उनके फ्लैट तक चला गया। वहां उसने गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी और उनका मोबाइल लेकर फरार हो गया। बाद में उसी मोबाइल से उसने तीन लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।

निर्दोष बनने के लिए करता रहा नाटक

आरोपी इतना शातिर था कि हत्या की खबर फैलने के बाद वह खुद मौके पर पहुंचा और लोगों की मदद करने का नाटक करता रहा ताकि किसी को उस पर शक न हो। लेकिन पुलिस की तकनीकी जांच ने उसकी सारी चालाकी पर पानी फेर दिया।

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