बेबाक चर्चा
दमोह जिले की कुम्हारी थाना पुलिस ने मंगलवार को गांजा तस्करी के एक অভিনব मामले का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। तस्कर कंप्यूटर के सीपीयू (CPU) के अंदर गांजा छिपाकर बेचने की फिराक में था। पुलिस ने मुखबिर से मिली सटीक सूचना के आधार पर दमोह-कटनी स्टेट हाईवे पर घेराबंदी कर उसे रंगे हाथों पकड़ा।
मामले की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडिशनल एसपी) सुजीत सिंह भदौरिया ने बताया कि छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा स्थित रामबाग मोहल्ला निवासी मुकेश तिवारी (40 वर्ष), पिता ललिता प्रसाद तिवारी को मंगलवार सुबह कुम्हारी थाना क्षेत्र में महाकाल ढाबा के पास से गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से एक कंप्यूटर का सीपीयू बॉक्स बरामद हुआ।
पुलिस ने जब संदेह के आधार पर सीपीयू को खुलवाया तो उसके अंदर से गांजे के पैकेट निकले। बरामद किए गए 18 किलोग्राम गांजे की कीमत बाजार में 2 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। पुलिस ने गांजा और सीपीयू जब्त कर लिया है।
ओडिशा कनेक्शन और तस्करी का गढ़ बनता कुम्हारी
एडिशनल एसपी भदौरिया ने बताया कि इस मामले में ओडिशा के एक युवक को भी सह-आरोपी बनाया गया है, जिसकी तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि गांजे की अधिकतर खेप ओडिशा से ही तस्करी होकर कटनी के रास्ते दमोह जिले में लाई जाती है।
दमोह-कटनी स्टेट हाईवे पर स्थित कुम्हारी गांव गांजा तस्करों का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। आरोपी मुकेश तिवारी से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह पहले कितनी बार गांजे की तस्करी कर चुका है और उसके नेटवर्क में कौन-कौन लोग शामिल हैं। पुलिस ने क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने की बात कही है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले भी कुम्हारी पुलिस ने 55 किलो गांजे की एक बड़ी खेप के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, जो इस क्षेत्र में नशा कारोबार की गंभीरता को दर्शाता है।