बेबाक चर्चा
गौलापार के पश्चिमी खेड़ा गांव में सनसनी बने 10 वर्षीय अमित मौर्य हत्याकांड का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के आरोप में पड़ोस में रहने वाले शातिर युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने सोमवार को दिनदहाड़े बच्चे की गला काटकर हत्या करने के बाद शव के टुकड़े कर अलग-अलग जगह दबा दिया था। पुलिस ने 85 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शनिवार तड़के बच्चे का सिर और हाथ भी बरामद कर लिया।
यह ब्लाइंड मर्डर केस पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। आरोपी, जो पहले दिन से ही संदिग्ध के रूप में पुलिस की हिरासत में था, लगातार अपनी चुप्पी और नपे-तुले बयानों से जांच टीम को गुमराह कर रहा था।
यह है पूरा मामला
मूल रूप से बरेली निवासी खूबकरण मौर्य, जो पश्चिमी खेड़ा में बंटाई पर खेती करते हैं, का 10 वर्षीय बेटा अमित मौर्य सोमवार, 4 अगस्त की दोपहर करीब 12 बजे से लापता हो गया था। परिजनों की सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू की। पास के सीसीटीवी फुटेज में बच्चा पड़ोस के एक संपन्न घर की ओर जाता तो दिखा, लेकिन वापस लौटता नजर नहीं आया।
संदेह के आधार पर पुलिस ने पड़ोसी परिवार के चार लोगों को हिरासत में ले लिया। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे, बच्चे के घर से महज 20 मीटर दूर एक खेत के गड्ढे से उसका धड़ बरामद हुआ, जिसे एक बोरे में बंद कर दफनाया गया था। लेकिन बच्चे का सिर और एक हाथ गायब था, जिससे इलाके में सनसनी और परिजनों में आक्रोश फैल गया।
85 घंटे बाद मिला सिर, शातिर निकला आरोपी
पुलिस हिरासत में होने के बावजूद मुख्य आरोपी लगातार जांच टीम को गुमराह करता रहा। पुलिस के अनुसार, वह बेहद शातिर था और खुद को बचाने के लिए हर पैंतरा आजमा रहा था। पुलिस को उसे तोड़ने में पांच दिन लग गए। आखिरकार, शनिवार, 9 अगस्त को तड़के करीब एक बजे, यानी बच्चे के लापता होने के 85 घंटे बाद, आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घर के पास से ही बाकी अंग (सिर और हाथ) भी बरामद कर लिए।
इस घटना से पिछले पांच दिनों से पूरे गौलापार क्षेत्र में दहशत का माहौल था। लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। हत्याकांड के खुलासे के बाद स्थानीय निवासियों और पुलिस ने राहत की सांस ली है।