Headline
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED का बड़ा आरोप, पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य सिंडिकेट के ‘सरगना’ थे
बरेली में नकली दवाओं का बड़ा रैकेट, 12 थोक विक्रेताओं पर शक की सुई
गोरखपुर: पशु तस्करों ने छात्र की हत्या की, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा और पथराव
बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 बाइक के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर: UP से तस्करी कर लाई जा रही शराब पकड़ी, फिल्मी स्टाइल में पीछा कर तस्कर गिरफ्तार
हजारीबाग में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, ₹1 करोड़ का इनामी नक्सली कमांडर ढेर
इंदौर में ‘काल’ बनकर दौड़ा बेकाबू ट्रक, सात से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका
किच्छा फायर बिग्रेड स्टेशन हेतु 4 करोड़ की मिली वित्तीय स्वीकृति –बेहड़
पंतनगर यूनिवर्सिटी में बीटेक छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, छात्रावास में मचा हड़कंप

राज्य कर विभाग में फिर उत्पीड़न का मामला, अब IAS अधिकारी पर महिला अफसरों ने लगाए गंभीर आरोप

Spread the love

बेबाक चर्चा  

लखनऊ। राज्य कर विभाग में एक बार फिर महिला उत्पीड़न का एक बड़ा मामला सामने आया है। विभाग में कुछ समय पहले सात अधिकारियों के निलंबन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब नोएडा में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर ही विभाग की महिला अधिकारियों ने शोषण, उत्पीड़न और अमानवीय व्यवहार जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस शिकायत ने विभाग से लेकर शासन तक में खलबली मचा दी है।

शासन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ इस तरह की शिकायत मिलने की पुष्टि की है और मामले में जांच के आदेश दिए जाने की भी बात कही है।

मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लगाए गंभीर आरोप

पीड़ित महिला अधिकारियों ने सीधे मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है। 5 अगस्त को शासन को मिली इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि नोएडा में अपर आयुक्त (Additional Commissioner) के पद पर तैनात उक्त आईएएस अधिकारी पिछले चार महीने से महिला अधिकारियों के साथ “गुलामों जैसा” व्यवहार कर रहे हैं। पत्र के अनुसार, अधिकारी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं और धमकी देते हैं कि, “मेरी बात नहीं मानोगे तो तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा और हाथ में कटोरा देकर नौकरी से निकलवा दूंगा।”

यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप भी

शिकायत में यौन उत्पीड़न की श्रेणी में आने वाले कई गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। महिला अधिकारियों का कहना है कि आईएएस अधिकारी उन्हें बेवजह अपने कार्यालय में बुलाकर घंटों खड़ा रखते हैं और घूरते रहते हैं। आरोप है कि वह देर रात महिला अधिकारियों को फोन और वीडियो कॉल करते हैं, छिप-छिपकर उन्हें देखते हैं और उनके वीडियो भी बनाते हैं।

पत्र में यह भी लिखा है कि जो कोई भी महिला अधिकारी उनकी इन हरकतों का विरोध करती है, उसे किसी झूठे मामले में फंसाकर निलंबित करा दिया जाता है या फिर सूचना लीक करने और काम में लापरवाही बरतने जैसे आरोप लगाकर उस पर अनावश्यक दबाव बनाया जाता है।

“एक तरफ ‘बेटी बचाओ’, दूसरी तरफ अस्मिता कुचल रहे अधिकारी”

दुखी मन से लिखे इस पत्र में महिला अधिकारियों ने गुहार लगाते हुए कहा है, “एक तरफ सरकार ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जैसे अभियानों से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है, तो दूसरी तरफ एक आईएएस अधिकारी महिलाओं की अस्मिता को कुचल रहे हैं।” उन्होंने इस पूरे मामले की गोपनीय जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी या राज्य महिला आयोग से कराने की मांग की है, ताकि शोषण, उत्पीड़न और भ्रष्टाचार की सभी परतें उजागर हो सकें। शासन ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top