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मथुरा, उत्तर प्रदेश: जीआरपी (GRP) और आरपीएफ (RPF) की संयुक्त कार्रवाई में मथुरा रेलवे स्टेशन पर मोबाइल फोन चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने गिरोह की एक महिला सदस्य समेत पांच शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से चोरी के 221 मोबाइल फोन और कुछ सोने के जेवरात बरामद हुए हैं। यह गैंग ट्रेनों में चोरी करने के बाद चोरी का सामान बेचने के लिए एक सुनियोजित नेटवर्क चला रहा था।
**संदिग्धों को ऐसे पकड़ा गया**
रेलवे में बढ़ती आपराधिक वारदातों को देखते हुए जीआरपी और आरपीएफ की एक विशेष टीम गठित की गई थी। गुरुवार को यह टीम मथुरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान टीम ने पांच संदिग्ध लोगों को देखा, जिसमें एक महिला भी शामिल थी। जब उनसे पूछताछ की गई, तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के नीरज और उसकी पत्नी संतोष उर्फ रिया, अलीगढ़ के योगेश और शिवकुमार, और औरैया के आकाश के रूप में हुई।
**चोरी का माल बेचने का अनूठा तरीका**
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह गिरोह सिर्फ चोरी तक ही सीमित नहीं था, बल्कि चोरी के माल को ठिकाने लगाने के लिए भी एक खास तरीका अपनाता था।
महिला की चाय की दुकान से बेचते थे फोन: गिरोह की महिला सदस्य रिया दिल्ली में एक चाय की दुकान चलाती है। चोरी करने के बाद गैंग के सदस्य रिया को माल दे देते थे, और वह अपनी दुकान से ही इन चोरी के मोबाइल फोनों को सस्ते दामों पर बेचती थी। इससे पुलिस को उन पर शक नहीं होता था।
मोबाइल पार्ट्स बेचते थे भाई: पकड़े गए दो सगे भाई, शिवकुमार और योगेश, अलीगढ़ में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं। ये दोनों चोरी किए गए मोबाइलों के पार्ट्स निकालकर उन्हें दूसरे मोबाइलों में लगाकर बेचते थे। आरपीएफ उप निरीक्षक सुजीत सिंह चंदेल ने बताया कि सर्विलांस की मदद से इस गैंग तक पहुंचा जा सका।
**करोड़ों का माल बरामद, कई मामले सुलझे**
पुलिस ने आरोपियों के पास से 221 चोरी के मोबाइल फोन, तीन सोने की चेन और एक सोने का मंगलसूत्र बरामद किया है। बरामद किए गए फोनों में से 31 की पहचान हो चुकी है, जिनके संबंध में पहले से ही थानों में शिकायतें दर्ज थीं। सीओ जीआरपी नजमुल हुसैन नकवी ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी बेहद शातिर अपराधी हैं और उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। सभी आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस का मानना है कि इस कार्रवाई से ट्रेन में होने वाली चोरी की वारदातों पर लगाम लगेगी।