बेबाक चर्चा
बाजपुर। खुद को चमत्कारी तांत्रिक बताकर भोले-भाले लोगों को ठगने और किशोरियों के साथ छेड़छाड़ करने वाला एक फर्जी बाबा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी ने झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र के नाम पर न केवल लोगों से पैसे ठगे, बल्कि दो नाबालिग लड़कियों के साथ छेड़छाड़ भी की। इन गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ पॉक्सो एक्टसहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
रविवार को सुल्तानपुर पट्टी क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को तहरीर दी। महिला ने आरोप लगाया कि गांव कनौरा का रहने वाला कथित बाबा महमूद, उसकी दो नाबालिग बेटियों को झाड़-फूंक का बहाना बनाकर एक कमरे में ले गया और उनके साथ छेड़छाड़ की। शिकायत मिलते ही पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत पुलिस ने आरोपी महमूद को धर दबोचा। दोराहा चौकी प्रभारी रमेश चंद बेलवाल ने सोमवार को रामपुर दोराहा से उसे गिरफ्तार किया। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी लंबे समय से झाड़-फूंक और चमत्कारी शक्तियों का झांसा देकर लोगों को ठग रहा था। पुलिस अब उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य जिलों में की गई ठगी की घटनाओं की भी छानबीन कर रही है।
हिंदू नाम का इस्तेमाल कर करता था ठगी
पुलिस के अनुसार, आरोपी महमूद अपनी असली पहचान छिपाने के लिए खुद को हिंदू नाम से पेश करता था। वह विशेष रूप से उन गरीब और परेशान परिवारों को निशाना बनाता था जो बीमारी या पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे होते थे। महमूद झाड़-फूंक का ढोंग करने के साथ-साथ पीड़ितों को अपने जाल में फंसाने के लिए सम्मोहन का भी इस्तेमाल करता था।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में फैला था नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि महमूद का आपराधिक नेटवर्क केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं था। वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, बरेली और मुरादाबाद जैसे जिलों में भी सक्रिय था। उसकी कार्यप्रणाली हमेशा एक जैसी रहती थी – कुछ दिन किसी गांव या कस्बे में डेरा डालना, लोगों को इलाज और तंत्र-मंत्र का भरोसा देकर ठगना और फिर पुलिस की नजर में आए बिना अगले स्थान पर चले जाना। यही वजह थी कि वह इतने लंबे समय तक पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही महमूद के पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।