बेबाक चर्चा
रुद्रपुर। प्लाट दिलाने के नाम पर एक प्रॉपर्टी डीलर ने भू-माफियाओं के साथ मिलकर तीन लोगों को 2 करोड़ से ज्यादा का चूना लगा दिया। इस सनसनीखेज धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित रजिस्ट्री कराने पहुंचे और आरोपियों ने न सिर्फ रजिस्ट्री करने से इनकार किया, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। मामला सामने आते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
ठगी का यह खेल तब शुरू हुआ जब ग्राम भरतपुर, कुंडा के रहने वाले नरेंद्र सिंह ने अपने दो साथियों मोती राम जैन और लवीश जैन के साथ मिलकर हाईवे के पास दो एकड़ जमीन खरीदने का मन बनाया। उनकी मुलाकात कमीशन एजेंट अवतार सिंह से हुई, जिसने उन्हें बरखेड़ा राजपूत के रहने वाले गुरजीत सिंह उर्फ हीरा और संदीप सिंह से मिलवाया।
आरोप है कि इन शातिरों ने जमीन के फर्जी कागजात दिखाए और एक करोड़ अठहत्तर लाख रुपये में सौदा तय कर लिया। अक्टूबर 2022 में काशीपुर तहसील में जमीन का इकरारनामा हुआ। पीड़ितों ने अलग-अलग किस्तों में 1,71,83,000 रुपये का भुगतान किया। इसके अलावा ब्रोकर अवतार सिंह को 4 लाख रुपये कमीशन और मिट्टी भराव के लिए 15 लाख रुपये दिए गए। रजिस्ट्री के लिए 7 लाख रुपये के स्टांप पेपर भी खरीदे गए।
ठगी का पर्दाफाश और धमकी
6 मई 2024 को जब पीड़ित रजिस्ट्री कराने के लिए काशीपुर तहसील पहुंचे, तो आरोपियों ने रजिस्ट्री करने से साफ इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने पीड़ितों के साथ अभद्रता की और जान से मारने की धमकी भी दी।
पीड़ितों को बाद में पता चला कि ये आरोपी एक संगठित गिरोह चलाते हैं, जो फर्जी कागजात दिखाकर लोगों को ठगते हैं। इसी जमीन को ये पहले भी किसी और को बेच चुके थे।
पुलिस ने पीड़ित नरेंद्र सिंह की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। काशीपुर एसपी अभय सिंह ने बताया, “आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है और मामले की जांच कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।”
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि प्रॉपर्टी खरीदते समय कितनी सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि भू-माफियाओं का यह गिरोह बेखौफ होकर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है।