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‘ह्यूमन जीपीएस’ का खेल खत्म! सुरक्षाबलों ने मोस्ट वांटेड आतंकी बागू खान को किया ढेर

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बेबाक चर्चा  

जम्मू-कश्मीर: आतंक के गलियारों में सन्नाटा! सुरक्षाबलों ने एक ऐसी बड़ी कामयाबी हासिल की है जिसने सीमा पार बैठे दहशतगर्दों की कमर तोड़ दी है। ‘ह्यूमन जीपीएस’ के नाम से कुख्यात और 100 से ज्यादा घुसपैठ कराने वाले मोस्ट वांटेड आतंकी बागू खान उर्फ समंदर चाचा को नौशेरा सेक्टर में एक जबरदस्त मुठभेड़ के बाद जहन्नुम पहुंचा दिया गया है।

पाकिस्तान का ‘नेविगेटर’ हुआ ढेर

 

आतंकवाद के इस सबसे खतरनाक ‘नेविगेटर’ को सेना ने उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में मार गिराया। बागू खान को 1995 से अब तक 100 से ज्यादा बार आतंकियों की घुसपैठ कराने में महारत हासिल थी। वह हर बार सुरक्षाबलों की आँखों में धूल झोंक कर बच निकलता था। शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि इस ऑपरेशन में बागू खान के साथ एक और घुसपैठिए को भी मार गिराया गया है। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि बागू खान की वजह से ही नए आतंकी भारत में घुसने में कामयाब होते थे।

पहचान पत्र से हुआ खुलासा

 

सूत्रों के मुताबिक, 28 अगस्त को जब बागू खान नौशेरा में घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा था, तभी सुरक्षाबलों ने उसे घेर लिया। मुठभेड़ खत्म होने के बाद जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से पहचान पत्र मिला। इस पहचान पत्र पर उसका नाम बागू खान, जन्मतिथि 6 अप्रैल 1975 और पता मुजफ्फराबाद (पीओके) लिखा हुआ था। पिछले 25 सालों से सुरक्षा एजेंसियों को उसकी तलाश थी।

हर आतंकी संगठन का था साथी

 

बागू खान सिर्फ एक संगठन तक सीमित नहीं था। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर था, लेकिन बाद में उसने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और दूसरे सभी आतंकी संगठनों के लिए ‘गाइड’ का काम शुरू कर दिया था। गुरेज जैसे दुर्गम इलाकों, ऊंचे पहाड़ों और बर्फीले दर्रों का चप्पा-चप्पा जानने की वजह से वह बार-बार बच निकलता था। मगर इस बार भारतीय सेना के जांबाजों ने उसके छिपने के सभी रास्तों को बंद कर दिया और उसका अंत कर दिया।

क्या आतंकवाद के खिलाफ इस जीत से घुसपैठ पर लगाम लग पाएगी? यह तो आने वाले वक्त में पता चलेगा।

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