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अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सोमवार को एक बिल्डर पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस हिरासत में लिए गए एक आरोपी ने कुबूल किया है कि उसने अपनी प्रेमिका से बिल्डर की दोस्ती के शक में इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपी पहले भी बिल्डर पर हमला कर चुका है।
क्या है पूरा मामला?
सिविल लाइंस इलाके के जामिया उर्दू रोड पर सोमवार दोपहर, बिल्डर जुल्फिकार उर्फ लाडले खां (48) अपनी स्कूटी से बेटी को कोचिंग से लेने जा रहे थे। तभी पीछे से आए एक बुलेट बाइक सवार दो हमलावरों ने पहले उनकी स्कूटी को टक्कर मारी और फिर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। बिल्डर को चार गोलियां (एक पीठ में, दो पेट-सीने पर और एक कनपटी पर) लगीं, जिससे वह लहूलुहान होकर मौके पर ही गिर पड़े। हमलावर हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
पुलिस जांच और चौंकाने वाला खुलासा
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल बिल्डर को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया और जांच शुरू कर दी। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में पुलिस ने दो हमलावरों, आदम और वसीम की पहचान की और उन्हें हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में आरोपी आदम ने जो खुलासा किया, वह हैरान करने वाला था। सीओ तृतीय सर्वम सिंह ने बताया कि आदम ने स्वीकार किया है कि उसकी प्रेमिका काम के सिलसिले में बिल्डर लाडले खां के घर आती-जाती थी और बिल्डर ने उसे रहने के लिए एक ठिकाना भी दिया था। आदम को शक था कि उसकी प्रेमिका और बिल्डर के बीच दोस्ती बढ़ रही है। इसी शक के चलते वह बिल्डर से रंजिश रखने लगा।
पहले भी कर चुका था हमला
पुलिस के अनुसार, यह रंजिश लगभग दो साल पुरानी है। आरोपी आदम ने इसी रंजिश के चलते करीब एक साल पहले भी एसपी सिटी आवास के सामने लाडले खां पर फायरिंग की थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। उस मामले में आदम को जेल भी भेजा गया था।
आदम ने कुबूल किया कि सोमवार को वह गुस्से में था और बिल्डर के अकेले मिलने का इंतजार कर रहा था। जैसे ही लाडले खां नमाज पढ़कर मस्जिद से निकले, उसने हत्या के इरादे से उन पर चार गोलियां दाग दीं और उन्हें मरा समझकर मौके से भाग गया। फिलहाल, बिल्डर की हालत गंभीर बनी हुई है और मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है।