रुद्रपुर। बेबाक चर्चा
फौजी मटकोटा गांव के दर्जनों युवा आज भी देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं में डटे हैं। फौजी मटकोटा गांव की मिट्टी का इतिहास देश के वीर जवानों को जन्म देने वाली मिट्टी का रहा है एइसी आधार पर इसका नाम फौजी मटकोटा रखा गया है। ऐसे ही एक जवान अमर शहीद जय भगवान सिंह मलिक को आज उनके बलिदान दिवस पर याद किया गया।
फौजी मटकोटा भूरारानी के रहने वाले जय भगवान सिंह मलिक 23 नवंबर 1995 वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद जय भगवान सिंह मलिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 87 बटालियन में श्रीनगर में तैनात थे। एक ऑपरेशन में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुुए। मुठभेड़ के दौरान साहस और शौर्य का परिचय देते हुए शहीद जय भगवान सिंह मलिक आखिरी दम तक आतंकवादियों से लड़े। आज उनके निवास स्थान पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की काठगोदाम यूनिट और समस्त ग्रामीणों ने उन्हे नमन किया। सभी ने मार्ल्यापण कर उनकी तस्वीर पर पुष्प चढ़ाए। वर्तमान में शहीद जय भगवान सिंह मलिक के बड़े बेटे अंकित मलिक एक किसान हैं और छोटे बेटे राहुल मलिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में देश की सुरक्षा कर रहे हैं।