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काशीपुर: सऊदी अरब भेजने का झांसा देकर 10 लोगों से 5 लाख की ठगी, कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज

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बेबाक चर्चा  

काशीपुर। सऊदी अरब में नौकरी दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति द्वारा 10 लोगों से पांच लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने पीड़ितों से पासपोर्ट और रुपये लेने के बाद उनका मेडिकल परीक्षण भी कराया, लेकिन फिर संपर्क तोड़ दिया। पीड़ितों द्वारा रुपये वापस मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस द्वारा सुनवाई न किए जाने पर पीड़ितों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसके आदेश पर अब आईटीआई थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आईटीआई थाना क्षेत्र के रजपुरा रानी चापट निवासी अयूब अली, जो वर्तमान में जसपुर खुर्द की पाकीजा कॉलोनी में रहते हैं, ने अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में पूरी घटना का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि उनकी जान-पहचान मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम गोपीवाला निवासी शमशाद से थी। करीब दो महीने पहले शमशाद ने अयूब को बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है और सऊदी अरब भेजने के लिए प्रति व्यक्ति 50 हजार रुपये का खर्च आएगा और पासपोर्ट जमा करना होगा।

शमशाद के झांसे में आकर अयूब अली ने अपने पड़ोस के मो. आकिब, मो. इस्लाम, यामीन, अजीम, मोहम्मद वसीम के अलावा रजपुरा रानी चापट के फहीम अहमद, जाहिद हुसैन, समीर और गुलड़िया निवासी सरफराज को भी इस योजना के बारे में बताया। सभी 10 लोग विदेश जाने के लिए तैयार हो गए।

शिकायत के अनुसार, 9 मार्च को सभी ने अपने पासपोर्ट और कुल पांच लाख रुपये शमशाद को सौंप दिए। शमशाद ने कहा कि मेडिकल जांच के लिए दिल्ली चलना होगा, जिसके बाद सभी लोग दिल्ली गए और 11 मार्च को उनका मेडिकल परीक्षण भी हो गया। आरोपी ने भरोसा दिलाया कि मार्च के महीने में ही सबको भेज दिया जाएगा।

जब तय समय बीत गया और कोई प्रगति नहीं हुई, तो पीड़ितों ने शमशाद को फोन करना शुरू किया, लेकिन उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद 19 अप्रैल को जब पीड़ित उसके गांव गोपीवाला स्थित घर पहुंचे तो वह वहां नहीं मिला। परिजनों ने किसी तरह अपने फोन से शमशाद से बात कराई, तो उसने रुपये लौटाने के बजाय पीड़ितों से अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी।

अयूब अली ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में आईटीआई थाने में तहरीर दी और एसएसपी को भी डाक से शिकायती पत्र भेजा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः न्याय के लिए उन्हें अदालत की शरण लेनी पड़ी। अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने आरोपी शमशाद के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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