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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी में एक रिसॉर्ट से संचालित हो रहे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का पर्दाफाश किया है। सीबीआई ने मौके से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 62 कर्मचारी विदेशी नागरिकों को ठगते हुए रंगे हाथ पकड़े गए। यह गिरोह खुद को ‘अमेज़ॅन सपोर्ट सर्विसेज’ का प्रतिनिधि बताकर अमेरिका और कनाडा सहित अन्य देशों के नागरिकों को अपना निशाना बनाता था।
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, यह फर्जी कॉल सेंटर इगतपुरी के एक प्रसिद्ध ‘रेनफॉरेस्ट रिसॉर्ट’ में किराए की जगह से चलाया जा रहा था। इस मामले में सीबीआई ने 8 अगस्त को 6 नामजद आरोपियों, कुछ अज्ञात व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
विदेशी नागरिकों को ऐसे बनाते थे निशाना
आरोप है कि इस गिरोह ने एक संगठित नेटवर्क बना रखा था। इसके लिए करीब 60 लोगों को ऑपरेटर, डायलर, वेरिफायर और क्लोजर जैसी अलग-अलग भूमिकाओं के लिए भर्ती किया गया था। ये कर्मचारी विदेशी नागरिकों को कॉल कर उन्हें फंसाते थे और समस्याओं के समाधान के नाम पर उनसे गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मोटी रकम वसूलते थे।
छापेमारी में 62 कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े गए
गुप्त सूचना के आधार पर जब सीबीआई ने रिसॉर्ट में छापेमारी की, तो वहां हड़कंप मच गया। कार्रवाई के दौरान 62 कर्मचारी विदेशी नागरिकों के साथ लाइव कॉल पर थे और उन्हें ठगने की कोशिश कर रहे थे। सीबीआई ने मौके से 5 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश जारी है।
करोड़ों की नकदी और सोना बरामद
छापेमारी के दौरान सीबीआई ने मौके से 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, 500 ग्राम सोना और एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की है। फिलहाल, मामले की विस्तृत जांच चल रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।