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प्रयागराज। प्रयागराज की जिला जेल में सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब निरीक्षण करने पहुंचे डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव को गेट पर ही भारी मात्रा में नकदी मिली। मुलाकातियों की भारी भीड़ के बीच मिली इस नकदी को लेकर उन्होंने जेल प्रशासन से कड़ी पूछताछ की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर भी यह खबर तेजी से वायरल हो गई।
मुलाकातियों की भारी भीड़
सोमवार को जेल में अन्य दिनों की अपेक्षा कहीं ज्यादा भीड़ थी। इसकी मुख्य वजह बीते दिनों चेहल्लुम, स्वतंत्रता दिवस, कृष्ण जन्माष्टमी और रविवार को मुलाकात न होना था। सामान्य दिनों में जहाँ चार शिफ्ट में मुलाकात कराई जाती है, वहीं सोमवार को यह संख्या बढ़कर सात हो गई।
इसी बढ़ी हुई मुलाकात व्यवस्था का जायजा लेने के लिए डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव वहां पहुंचे थे। उन्होंने गेट पर व्यवस्था का निरीक्षण करना शुरू किया, तभी उनकी नजर वहां मौजूद सिपाहियों के पास रखी नकदी पर पड़ी। उन्होंने तुरंत इस बारे में सिपाहियों से पूछताछ की। सिपाहियों ने बताया कि यह पैसा मुलाकात करने आने वाले लोग अपने बंदियों के लिए कूपन खरीदने हेतु जमा करते हैं।
डीआईजी ने जताई नाराजगी
भारी मात्रा में नकदी मिलने पर डीआईजी ने जेल प्रशासन के अधिकारियों से सवाल किए और सूत्रों के अनुसार, उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं। हालांकि, इस मामले पर जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि डीआईजी ने शाम को गेट और जेल के अंदर का निरीक्षण किया था। उन्होंने नकदी मिलने की बात को गलत बताया और कहा कि कुछ लोग जेल को बदनाम करने के लिए ऐसी भ्रामक खबरें फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई दिनों बाद मुलाकात होने के कारण भीड़ अधिक थी, लेकिन नकदी मिलने की खबर में कोई सच्चाई नहीं है।