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Parimatch सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म पर ईडी का शिकंजा, 110 करोड़ रुपये जब्त, 17 ठिकानों पर छापेमारी

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बेबाक चर्चा  

 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म ‘Parimatch’ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुंबई, दिल्ली, नोएडा, जयपुर, सूरत, मदुरै, कानपुर और हैदराबाद समेत कुल 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। इस दौरान 110 करोड़ रुपये की धनराशि, जो कई व्यक्तियों और संस्थाओं से संबंधित थी, उसे फ्रीज कर दिया गया है। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की है।

ईडी ने यह जाँच मुंबई के साइबर पुलिस स्टेशन में ‘Parimatch.com’ के खिलाफ दर्ज एक FIR के बाद शुरू की थी, जिसमें उपयोगकर्ताओं को ठगने का आरोप था। जाँच एजेंसी के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म ने देश भर में अलग-अलग तरीकों से उपयोगकर्ताओं के पैसे को ‘खच्चर खातों’ (mule accounts) के जरिए बाहर भेजा।

धोखाधड़ी का तरीका

ईडी की जाँच में सामने आया है कि Parimatch ने पैसे को देश से बाहर भेजने के लिए कई तरीके अपनाए।

  • हवाला और क्रिप्टो का इस्तेमाल: तमिलनाडु में, उपयोगकर्ताओं द्वारा जमा की गई नकदी को हवाला कारोबारियों को दिया जाता था। ये कारोबारी उस पैसे का इस्तेमाल ब्रिटेन की एक कंपनी के वर्चुअल वॉलेट को रिचार्ज करने के लिए करते थे। इसके बाद इन वॉलेट्स से USDT क्रिप्टोकरेंसी खरीदी जाती थी, जिसे Parimatch एजेंटों द्वारा चलाए जा रहे खच्चर क्रिप्टो खातों में भेजा जाता था।
  • क्रेडिट कार्ड और DMT एजेंट्स: पश्चिमी भारत में, Parimatch ने घरेलू धन हस्तांतरण (DMT) एजेंटों की मदद ली। इन एजेंटों के नियंत्रण वाले खातों में जमा पैसे को खच्चर क्रेडिट कार्डों के जरिए Parimatch एजेंटों को भेजा जाता था। ईडी ने एक ही जगह से 1,200 से अधिक ऐसे क्रेडिट कार्ड जब्त किए हैं।
  • भुगतान कंपनियों की मिलीभगत: जाँच में यह भी पता चला कि जिन भुगतान कंपनियों के लाइसेंस RBI ने रद्द कर दिए थे, उन्होंने भी तकनीकी सेवा प्रदाताओं (TSP) के रूप में Parimatch की मदद की। इन कंपनियों ने अपने API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का इस्तेमाल Parimatch एजेंटों को दिया ताकि वे ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम पर खोले गए खच्चर खातों में उपयोगकर्ताओं के पैसे जमा कर सकें।

विज्ञापन और मार्केटिंग का जाल

ईडी ने यह भी खुलासा किया है कि Parimatch ने अपनी पहचान बनाने के लिए बड़े पैमाने पर मार्केटिंग की। उन्होंने खेल टूर्नामेंटों को प्रायोजित किया और जानी-मानी हस्तियों के साथ साझेदारी की। इसके अलावा, Parimatch Sports और Parimatch News जैसे नामों से छद्म विज्ञापन चलाने के लिए भारत में कंपनियाँ भी बनाईं। इन एजेंसियों को विदेशी मुद्रा में भुगतान किया जाता था।

इस छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। ईडी इस मामले में आगे की जाँच कर रही है और लोगों से ऐसे अवैध प्लेटफॉर्म से दूर रहने की अपील की गई है।

 


मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म ‘Parimatch’ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुंबई, दिल्ली, नोएडा, जयपुर, सूरत, मदुरै, कानपुर और हैदराबाद समेत कुल 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। इस दौरान 110 करोड़ रुपये की धनराशि, जो कई व्यक्तियों और संस्थाओं से संबंधित थी, उसे फ्रीज कर दिया गया है। ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की है।

ईडी ने यह जाँच मुंबई के साइबर पुलिस स्टेशन में ‘Parimatch.com’ के खिलाफ दर्ज एक FIR के बाद शुरू की थी, जिसमें उपयोगकर्ताओं को ठगने का आरोप था। जाँच एजेंसी के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म ने देश भर में अलग-अलग तरीकों से उपयोगकर्ताओं के पैसे को ‘खच्चर खातों’ (mule accounts) के जरिए बाहर भेजा।

धोखाधड़ी का तरीका

ईडी की जाँच में सामने आया है कि Parimatch ने पैसे को देश से बाहर भेजने के लिए कई तरीके अपनाए।

  • हवाला और क्रिप्टो का इस्तेमाल: तमिलनाडु में, उपयोगकर्ताओं द्वारा जमा की गई नकदी को हवाला कारोबारियों को दिया जाता था। ये कारोबारी उस पैसे का इस्तेमाल ब्रिटेन की एक कंपनी के वर्चुअल वॉलेट को रिचार्ज करने के लिए करते थे। इसके बाद इन वॉलेट्स से USDT क्रिप्टोकरेंसी खरीदी जाती थी, जिसे Parimatch एजेंटों द्वारा चलाए जा रहे खच्चर क्रिप्टो खातों में भेजा जाता था।
  • क्रेडिट कार्ड और DMT एजेंट्स: पश्चिमी भारत में, Parimatch ने घरेलू धन हस्तांतरण (DMT) एजेंटों की मदद ली। इन एजेंटों के नियंत्रण वाले खातों में जमा पैसे को खच्चर क्रेडिट कार्डों के जरिए Parimatch एजेंटों को भेजा जाता था। ईडी ने एक ही जगह से 1,200 से अधिक ऐसे क्रेडिट कार्ड जब्त किए हैं।
  • भुगतान कंपनियों की मिलीभगत: जाँच में यह भी पता चला कि जिन भुगतान कंपनियों के लाइसेंस RBI ने रद्द कर दिए थे, उन्होंने भी तकनीकी सेवा प्रदाताओं (TSP) के रूप में Parimatch की मदद की। इन कंपनियों ने अपने API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का इस्तेमाल Parimatch एजेंटों को दिया ताकि वे ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम पर खोले गए खच्चर खातों में उपयोगकर्ताओं के पैसे जमा कर सकें।

विज्ञापन और मार्केटिंग का जाल

ईडी ने यह भी खुलासा किया है कि Parimatch ने अपनी पहचान बनाने के लिए बड़े पैमाने पर मार्केटिंग की। उन्होंने खेल टूर्नामेंटों को प्रायोजित किया और जानी-मानी हस्तियों के साथ साझेदारी की। इसके अलावा, Parimatch Sports और Parimatch News जैसे नामों से छद्म विज्ञापन चलाने के लिए भारत में कंपनियाँ भी बनाईं। इन एजेंसियों को विदेशी मुद्रा में भुगतान किया जाता था।

इस छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। ईडी इस मामले में आगे की जाँच कर रही है और लोगों से ऐसे अवैध प्लेटफॉर्म से दूर रहने की अपील की गई है।

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