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फाल्कन इनवॉइस ऐप घोटाला: मास्टरमाइंड अमरदीप कुमार की 18.14 करोड़ की संपत्ति कुर्क

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बेबाक चर्चा  

  • प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने की बड़ी कार्रवाई, 12 अचल संपत्तियां कुर्क।
  • निवेशकों को ऊंचे रिटर्न का झांसा देकर लगभग 792 करोड़ रुपये की ठगी।
  • ‘फाल्कन इनवॉइस’ नामक ऐप के जरिए घोटाले को दिया गया अंजाम।
  • आरोपी ने घोटाले के पैसे से खरीदा था प्राइवेट जेट, जिसे पहले ही किया जा चुका है जब्त।

हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), हैदराबाद ने एक बड़े निवेश घोटाले का पर्दाफाश करते हुए मेसर्स कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके मुख्य संचालक अमरदीप कुमार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत 30 जुलाई, 2025 को अमरदीप कुमार और अन्य की 18.14 करोड़ रुपये मूल्य की बारह अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया है।

यह कार्रवाई साइबराबाद की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज तीन एफआईआर के आधार पर शुरू की गई जांच के बाद हुई है। इन एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि अमरदीप कुमार और उसकी कंपनी ने ‘इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम’ में निवेश पर भारी मुनाफे का लालच देकर भोले-भाले निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की है।

कैसे दिया गया घोटाले को अंजाम?

ईडी की जांच में सामने आया है कि इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड अमरदीप कुमार था। उसने निवेशकों से पैसा इकट्ठा करने के लिए “फाल्कन इनवॉइस” नाम का एक मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किया था। इस ऐप का गूगल, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जोर-शोर से प्रचार किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फंसाया जा सके।

निवेशकों को यह विश्वास दिलाया गया कि उनका पैसा इनवॉइस डिस्काउंटिंग के कारोबार में लगाया जा रहा है, जिससे उन्हें निश्चित और उच्च रिटर्न मिलेगा। हालांकि, ईडी ने पाया कि असल में ऐसा कोई कारोबार किया ही नहीं जा रहा था। यह पूरी तरह से एक पोंजी स्कीम थी, जिसके तहत नए निवेशकों के पैसे से पुराने निवेशकों को थोड़ा-बहुत भुगतान किया जा रहा था। इस तरह आरोपियों ने निवेशकों से लगभग 792 करोड़ रुपये की ठगी की।

घोटाले के पैसे का कहां हुआ इस्तेमाल?

जांच से पता चला है कि धोखाधड़ी से कमाए गए पैसों का इस्तेमाल विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीदने, कंपनियों को कर्ज देने, एक निजी विमान खरीदने, कैसीनो में खर्च करने और अमरदीप कुमार व उसके परिवार के नाम पर अचल संपत्तियां खरीदने में किया गया।

कुर्क की गई संपत्तियां अमरदीप कुमार, उसके परिवार के सदस्यों और मेसर्स रेट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स रेट हर्बल प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर हैं। इससे पहले, इसी साल 7 मार्च को ईडी ने तलाशी अभियान के दौरान मुख्य आरोपी अमरदीप कुमार द्वारा खरीदे गए एक निजी जेट ‘हॉकर 800ए’ को भी जब्त कर लिया था। मामले में आगे की जांच जारी है।

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