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ओखलकाण्डा पंचायत चुनाव पर धांधली के आरोप, पूर्व राज्य मंत्री हरीश पनेरू ने निष्पक्ष जांच की उठाई मांग

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बेबाक चर्चा  

नैनीताल/ओखलकाण्डा। ओखलकाण्डा विकासखण्ड में चल रहे 2025 के पंचायत चुनाव पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व राज्य मंत्री एवं प्रमुख, राज्य पुरातात्विक क्षेत्र, श्री हरीश पनेरू ने चुनाव में भारी धांधली के आरोप लगाते हुए कमिश्नर कुमाऊं को पत्र प्रेषित किया है।

अपने पत्र में हरीश पनेरू ने कहा है कि ओखलकाण्डा ब्लॉक में ग्राम प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव में व्यापक अनियमितताएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकांश कर्मचारी एवं अधिकारी पूर्व में निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख के अधीन काम करते रहे हैं। ऐसे में इन पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख के प्रभाव में आकर काम करने का संदेह है, जिससे निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।

सबसे गंभीर आरोप बचुली देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य को लेकर लगाए गए हैं। पनेरू के अनुसार, बचुली देवी के क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रमाण पत्र को गायब कर दिया गया है, जिससे कमलेश कैड़ा को निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य घोषित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस पूरे मामले में कुछ कर्मचारी एवं अधिकारी भी शामिल हैं, जो उक्त साजिश को अंजाम दे रहे हैं।

हरीश पनेरू ने बताया कि इस संदर्भ में संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके, धांधली पर कोई रोक नहीं लग रही और अनियमितताएं लगातार जारी हैं।

पूर्व राज्य मंत्री ने कमिश्नर कुमाऊं से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और चुनाव प्रक्रिया में तैनात कर्मचारियों एवं अधिकारियों को तत्काल बदलकर अन्य विकासखंडों अथवा जनपदों से लाया जाए, ताकि स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित हो सके।

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की बुनियाद हैं और अगर इस स्तर पर ही धांधली होगी तो जनता का लोकतंत्र पर से विश्वास उठ जाएगा। पनेरू ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस मामले को मुख्यमंत्री और निर्वाचन आयोग तक पहुंचाएंगे।

इस बीच क्षेत्र में चुनावी हलचल तेज हो गई है। ग्रामीणों में भी चुनाव की निष्पक्षता को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कई लोगों ने प्रशासन से निष्पक्षता सुनिश्चित करने की अपील की है।

फिलहाल प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। परंतु हरीश पनेरू के गंभीर आरोपों ने चुनावी माहौल में सनसनी फैला दी है।

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