हरिद्वार। विश्व प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर रविवार सुबह करंट लगने की अफवाह के बाद मची भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत देश के कई प्रमुख नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे व्यवस्था की विफलता करार देते हुए जवाबदेही तय करने की मांग की है।
यह दर्दनाक हादसा रविवार सुबह लगभग नौ बजे हुआ जब मंदिर की ओर जा रहे श्रद्धालुओं के बीच करंट फैलने की अफवाह से हड़कंप मच गया। इस अफरा-तफरी में लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे कई श्रद्धालु भीड़ के नीचे दब गए। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
नेताओं ने व्यक्त की संवेदनाएं:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। अपनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।”
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी: सीएम धामी ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि वे लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने लिखा, “एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।”
- अरविंद केजरीवाल: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे व्यवस्थागत विफलता बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “यह सिर्फ़ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की असफलता है, जिसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। धार्मिक स्थलों पर ऐसी भयावह घटनाएं व्यवस्थाओं की लापरवाही को उजागर करती हैं।”
- हरीश रावत: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी घटना पर गहरा दुख जताते हुए इसकी गहन जांच की मांग की है। उन्होंने इसे एक बड़ी चिंता का विषय बताया और भविष्य में तीर्थयात्राओं के लिए बेहतर तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया।