बेबाक चर्चा
शाहरुख बिजनौर का रहने वाला था। एनकाउंटर छपार थाना क्षेत्र के रोहाना मार्ग पर हुआ।
एसटीएफ को कार से पिस्टल और कारतूस मिले हैं। एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि शूटर शाहरुख पठान मुजफ्फरनगर के एक इलाके में छिपा है। इसके बाद पुलिस उसके आने का इंतजार करने लगी। जैसे ही वह पहुंचा तो पुलिस ने उसे रोका। लेकिन उसने पुलिस पर फायरिेंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जीवा गैंग के लिए करता था काम
मुठभेड़ के बाद एसटीएफ ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार शाहरुख पर लूट और हत्या के गैंगस्टर एक्ट के तहत 12 से अधिक मामले दर्ज थे। वह करीब डेढ़ साल से फरार चल रहा था। वह जीवा गैंग के लिए काम भी करता था। मुख्तार की मौत के बाद वह जीवा गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया था।
जानें कौन था शूटर शाहरुख पठान
शूटर शाहरुख पठान पर लूट और हत्या के 12 से अधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज थे। वह मूलतः बिजनौर का रहने वाला था। वह सुपारी लेकर हत्या करता था। उसने 2015 में पेशी पर आए एक आरोपी की हत्या कर दी थी। इसके बाद सरेंडर कर जेल चला गया। वहां से पुलिस की कैद से छूटकर फरार हो गया था। इसके बाद सरकार ने उस पर 50 हजार का इनाम रखा था।
शूटर शाहरुख पर उत्तराखंड में व्यापारी की हत्या का आरोप था। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद वह जीवा गैंग के लिए काम करने लगा उसका सक्रिय सदस्य बन गया।