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हरिद्वार। प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर रविवार सुबह हुए एक दर्दनाक हादसे में आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 45 अन्य घायल हो गए। यह भगदड़ तब मची जब अत्यधिक भीड़ के बीच करंट लगने की अफवाह फैल गई, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया और वे एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे।
घटना रविवार सुबह करीब नौ बजे की है, जब मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मार्ग संकरा होने और आने-जाने का रास्ता एक ही होने के कारण स्थिति बेहद अराजक हो गई थी। भीड़ में फंसे लोग आगे बढ़ने के लिए रास्ते में बनी दीवारों पर लगी बिजली की तारों को पकड़कर चल रहे थे। इसी दौरान किसी के करंट लगने की अफवाह फैली, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई।
फरीदाबाद से आए एक श्रद्धालु संतोष कुमार ने बताया, “एक ही मार्ग से लोग आ और जा रहे थे, जिससे भारी दबाव बन गया। करंट लगने की बात सुनते ही लोग घबरा गए और अफरा-तफरी मच गई।” हादसे में जान गंवाने वालों में एक 10 वर्षीय बालक भी शामिल है।
अस्पतालों में भर्ती कराए गए घायल
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, घटना के बाद घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया:
- एम्स, ऋषिकेश: यहां 15 घायलों को रेफर किया गया था, जिनमें से 8 को छुट्टी दे दी गई है। भर्ती 7 मरीजों में से 4 की हालत गंभीर और 3 की स्थिर बनी हुई है।
- जिला अस्पताल, हरिद्वार: यहां लाए गए 25 घायलों में से 24 को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि एक मरीज भर्ती है।
- मेला अस्पताल, हरिद्वार: यहां भर्ती कराए गए सभी पांच घायलों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
प्रशासन द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।