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मुजफ्फरपुर, बिहार – अरुणाचल प्रदेश में चीन बॉर्डर के पास ड्यूटी के दौरान शहीद हुए बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के जवान राकेश कुमार सिंह का शव 9 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद मिल गया है। 9 अगस्त को हुए एक सड़क हादसे में शहीद हुए सूबेदार का पार्थिव शरीर घटनास्थल से 12 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी नदी से बरामद किया गया। इस खबर से उनके पैतृक गांव सिउरीऐमा में शोक की लहर दौड़ गई है।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा 9 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिमनी ढांग में हुआ था। ड्यूटी के दौरान सूबेदार राकेश कुमार सिंह (50) पोकलेन मशीन से भरी एक ट्रक को पहाड़ी रास्ते से ले जा रहे थे, तभी ट्रक अनियंत्रित होकर एक गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में सूबेदार राकेश कुमार सिंह शहीद हो गए। ट्रक चला रहे एक अन्य सैनिक और एक अन्य सैनिक घायल हो गए थे, जिन्हें तुरंत बचा लिया गया था। हालांकि, राकेश सिंह का शव नहीं मिल सका था।
9 दिनों तक चला तलाशी अभियान
हादसे के बाद से ही जल सेना और थल सेना की टुकड़ियों ने सूबेदार राकेश कुमार सिंह को ढूंढने के लिए एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया था। लगातार 9 दिनों की खोजबीन के बाद, उनका पार्थिव शरीर घटनास्थल से 12 किलोमीटर दूर एक पहाड़ी नदी में दो बड़े पत्थरों के बीच फंसा हुआ मिला।
गांव में गमगीन माहौल
राकेश कुमार सिंह 1994 में सेना में भर्ती हुए थे और मार्च 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, 17 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार और 19 वर्षीय पुत्री साक्षी कुमारी हैं। शहादत की खबर मिलते ही पूरा परिवार और गांव गमगीन हो गया है। परिजनों ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा, जहां सेना के जवानों की मौजूदगी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सूबेदार राकेश कुमार सिंह की शहादत की खबर सुनकर गांव में लोगों का तांता लगा हुआ है, और सभी उनकी बहादुरी को सलाम कर रहे हैं।