बेबाक चर्चा
ट्रंप ने भारत से आने वाले सभी सामानों पर 25% टैरिफ और रूस से खरीदी पर जुर्माने का किया एलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर कड़े व्यापारिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में भूचाल आ गया। शुरुआती कारोबार में ही बिकवाली के भारी दबाव के चलते 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 786.36 अंक (0.96%) गिरकर 80,695.50 पर आ गया, जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 212.8 अंक (0.85%) लुढ़ककर 24,642.25 पर कारोबार कर रहा था।
एनएसई के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर
क्यों आई बाजार में यह सुनामी?
बाजार में इस भारी गिरावट की मुख्य वजह अमेरिका का भारत के खिलाफ उठाया गया कड़ा कदम है। राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 अगस्त से भारत से आने वाले सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत का भारी-भरकम टैरिफ लगाने का एलान किया है। इसके साथ ही, रूस से कच्चे तेल और सैन्य उपकरणों की खरीद को लेकर भी भारत पर जुर्माना लगाया गया है। इस दोहरी मार की खबर से निवेशकों में डर का माहौल बन गया, जिसके चलते उन्होंने जमकर बिकवाली की।
बाजार विशेषज्ञ इसे अमेरिका की एक दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देख रहे हैं ताकि भारत को व्यापारिक मांगों पर सहमत कराया जा सके। भारत पहला देश है जिसे रूस से आयात पर इस तरह के अमेरिकी जुर्माने का सामना करना पड़ रहा है।
सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल
इन शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
आज के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स की बड़ी कंपनियों में चौतरफा बिकवाली दिखी। रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाइटन और भारतीय स्टेट बैंक जैसे हैवीवेट स्टॉक्स में सबसे ज्यादा गिरावट रही। वहीं, विपरीत परिस्थितियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और पावर ग्रिड जैसे कुछ शेयरों में हल्की बढ़त देखी गई।
इससे पहले, विदेशी संस्थालय निवेशकों (FII) ने बुधवार को भी 850.04 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी, जो बाजार के कमजोर सेंटिमेंट का संकेत था।
एशियाई बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में भी मिलाजुला रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट में थे, जबकि जापान का निक्केई हरे निशान में कारोबार कर रहा था। बुधवार को अमेरिकी बाजार भी ज्यादातर गिरावट के साथ ही बंद हुए थे।