Headline
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED का बड़ा आरोप, पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य सिंडिकेट के ‘सरगना’ थे
बरेली में नकली दवाओं का बड़ा रैकेट, 12 थोक विक्रेताओं पर शक की सुई
गोरखपुर: पशु तस्करों ने छात्र की हत्या की, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा और पथराव
बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़, 5 बाइक के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर: UP से तस्करी कर लाई जा रही शराब पकड़ी, फिल्मी स्टाइल में पीछा कर तस्कर गिरफ्तार
हजारीबाग में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, ₹1 करोड़ का इनामी नक्सली कमांडर ढेर
इंदौर में ‘काल’ बनकर दौड़ा बेकाबू ट्रक, सात से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका
किच्छा फायर बिग्रेड स्टेशन हेतु 4 करोड़ की मिली वित्तीय स्वीकृति –बेहड़
पंतनगर यूनिवर्सिटी में बीटेक छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, छात्रावास में मचा हड़कंप

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता(यूसीसी) लागू हो चुका है।

Spread the love

बेबाक चर्चा।

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता(यूसीसी) लागू हो चुका है। अब अगर कोई तत्काल में विवाह का रजिस्ट्रेशन कराता है तो उसे सामान्य रजिस्ट्रेशन से 10 गुना अधिक शुल्क अदा करना होगा। 2500 रुपये देकर तीन दिन के भीतर विवाह का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।

जबकि, सामान्य में यह शुल्क 250 रुपये होगी। जहां तक लिव-इन की बात है तो इसके रजिस्ट्रेशन और खत्म करने में शुल्क सामान्य रजिस्ट्रेशन से दोगुना होगा। हालांकि, जुर्माने को अभी उजागर नहीं किया गया है।

ये है शुल्क

विवाह रजिस्ट्रेशन-250 रुपये

तलाक -250 रुपये

लिव-इन-500 रुपये

लिव-इन समाप्ति रजिस्ट्रेशन-500 रुपये

विवाह का तत्काल रजिस्ट्रेशन-2500 रुपये

सर्टिफिकेट निकालना-100 रुपये

रेस्टि्रक्टेड सर्टिफिकेट-500 रुपये

अपनी पिछली जानकारी प्राप्त करना-150 रुपये

अब तक नौ लोगों ने कराए विवाह के पंजीकरण

मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उनके विवाह के रजिस्ट्रेशन का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इसके अलावा पांच अन्य लोगों जिन्होंने पहले रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें भी सर्टिफिकेट दिए गए। इनमें निकिता नेगी रावत, मनोज रावत, अंजना रावत, मीनाक्षी और अंजली शामिल हैं। यूसीसी के डैशबोर्ड पर अब तक नौ विवाह के पंजीकरण दर्शाए जा रहे हैं। हालांकि, अभी अन्य सेवाओं के रजिस्ट्रेशन किसी ने नहीं कराए हैं।

एक से ज्यादा शादियां हैं तो सभी का देना होगा विवरण

यूसीसी में उन लोगों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की है जहां पर बहुविवाह मान्य थे। ऐसे में यूसीसी लागू होने से पहले यदि किसी व्यक्ति की मान्य एक से अधिक शादियां हैं तो इसके लिए उसे हर शादी का विवरण देना होगा। बशर्ते ये सब शादियां मान्य हों। ऐसे में सभी शादियों का रजिस्ट्रेशन भी हो सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top