रुद्रपुर। बेबाक चर्चा
पिछले पांच दशक से जिस गांव की मिट्टी को कई पीढीयों ने सींचा हैए उसके बंटवारे की खबर से ग्रामीणो का आक्रोशित होना लाजमी है। आज छत्तरपुर डाम के ग्रामीणों को भी इस स्तिथि का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय राजनीति में अपनी जमीन तलाश रहे एक व्यक्ति की चुनावी अभिलाषा के कारण उनके गांव को बंटवारे का दंश झेलना पड़ सकता है।
गुरूवार को दर्जनो ग्रामीणों ने स्थानीय चौक पर बंटवारे का विरोध प्रदर्शन करते हुएए नारेबाजी की। जानकारी के लिए बता दें कि राजस्व क्षेत्र के अंर्तगत छत्तरपुर गांव का छत्तरपुरए बिंदुखेड़ा और धर्मपुर क्षेत्र में विभाजन किया जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि बंटवारा होने के कारण ग्रामीणों को कइ जमीर्नी जनसमस्याओं का सामना करना पड़ेगा। गांव की जनसमस्याओं को उठाने के लिए जनप्रतिनिधि के चुनाव में वोटो की राजनिति आड़े आएगी। सडकए पानी और बिजली जैसी रोजर्मरा से जुड़ी समस्याओं को उच्च स्तर पर पहुंचाने के लिए गांव का रहने वाला कोई जनप्रतिनिधि नही होगा। इसके साथ ही आधार कार्डए स्थानीय निवास प्रमाण पत्र एंव अन्य कागजी कार्रवाई के लिए दफतरो के चक्कर काटने पड़ेंगे। गांव के कई बच्चे दूसरे शहरों और विदेशो में नौकरी करते है उनके लिए भी कागजी कार्रवाई में कईं समस्याएं होंगी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अपनी राजनिति को चमकाने के लिए एक स्थानीय व्यक्ति गांव के भविष्य को अंधकार की ओर ढकेल रहा है। ग्रामीण दिनेश पंत ने कहा कि किसी भी कीमत में गांव का बंटवारा नही होने दिया जाएगा। ग्रामीणों की बात नही मानी गई तो भविष्य में विरोध प्रदर्शन उग्र आंदोलन का रूप लेगा। विरोध प्रदर्शन में ग्राम प्रधान हरीश भट्ट, दिनेश पंत, उप प्रधान नीमा पांडे, कमला परगाई, निशा सामंत, भगवती देवी, गीता भट्ट, प्रहलाद सिंह, धर्मेंद्र सिंह, फ़कीर चंदोला, कमलेश सिंह, लक्ष्मी दत्त पांडे, मीना पंत ,बसंती देवी, बंसी धर पाठक और जानकी देवी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।